
जय हिंद ,जय हिंदी ,जय हिंदुस्तान .
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बेशक हमारे कर्णधारों ने हमारे जल संसाधनों ,सड़कों को रहन रख दिया है ,लेकिन हम आजाद हैं का नारा हवाओं में उछलता है ,लगता है की हम आजाद हैं . हमारे गलों में लाख जाति/वर्ण/उपजाति/के फंदे हों लेकिन जोर से कहेंगे हम आजाद हैं .हम गरीबी में पिसते हैं करोडों की कीमत से बढ़ क्र कीमती वोट को हम एक भेड़ की कीमत से भी कम कीमत में डाल आते हैं फिर पांच साल तक कोसते रहते हैं ..की हम कैसे आजाद हैं आप अधिक जानकार हो हम क्या बोलें??
हम बोलेगा तो बोलो गे की बोलता है
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