सुधि जनों से सुना कि सवतन्त्रता आ गयी , कदाचित आ भी गयी हो गी किन्तु किन के लिए ?कालाधंधा करने वाले गोरे लोगों के लिए ? अथवा गोरों की लोब्बिंग करने वाले काले लोगों के लिए ? हमे लगा ki हम सी उलटी खोपडी में सहज भावसे यह बात नही आए गी सो आप से पूछने चला आया।
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