SAFETY SAVVES

"बोलोगे-की-बोलता-है" fb link

किताब "बोलोगे की बोलता है "का कलेवर ...

किताब "बोलोगे की बोलता है "का कलेवर ...
...बोलोगे कि बोलता है

...बोलगे कि बोलता है ,आन लाइन


Enlarge this document in a new window
Online Publishing from YUDU

Monday, 15 June 2009

महात्मा गांधी जी की महानता को प्रणाम .


महात्मा गांधी जी की महानता को प्रणाम .
साबरमती के संत, बोलेतो अपनेबापू , हाँ बाबा वहीएक लाठी एक लंगोटी वाले , वोही मोहनदास करमचन्द गांधी , अब ठीक पहचाना आपने । वोही जिनके बारे ये कहाजाता है की उनकी ३० जनवरी १९४८ को हत्या कर दी गयी थी वही बापू गांघी आज कल नोटों पर आसन जमाए दिखते हैं । उन की लीला अपरम्पार है । आज सरकारी दफ्तरों वाले १०० प्रतिशत गांधी वादी हो गये हैं ।
जिन का दांव नही लगता वो इमानदारी का दावा करते हैं अन्यथा सदाचार एवम ईमानदारी उसी के जिस का दांव नही लगता ।
सरकारी दफ्तरों में तो पाषाण से पाषाण ह्रदय भरे मिलेंगे ,किंतु बापू के स्वरूप का नोटों पर दर्शन कर लेने के बाद उन का ह्रदय परिवर्तन हो जाता है । वह पाषाण से एक दम नवनीत हो जाते हैं । यदि विश्वास न हो तो आप सुधि जन स्वयं प्रयाग कर के देख लें ।
हम बोले गा तो बोलोगे की बोलता है

No comments:

Post a Comment